Sunday, January 6, 2013

"भारत" और "इण्डिया" में क्या अंतर है

कोढ़ से "(खा)ज तक" नाम के चैनल पर कल सुमीत अवस्थी नामक कौआ कल भागवत जी की खिल्ली उड़ाते हुए पूछ रहा था - कि "मुझे समझ नहीं आता कि "भारत" और "इण्डिया" में क्या अंतर है?"

मैं अवस्थी को समझाने की कोशिश करता हूँ... -

अमेरिका में २००४ में ९५,००० बलात्कार हुए, जबकि भारत में २००४ में १८,००० बलात्कार हुए| २०१० में अमेरिका में यह संख्या घटकर ८४,००० बलात्कार पर आई, जबकि भारत में यह संख्या बढ़कर २२,००० हो गई.

आया कुछ समझ में...??? नहीं आया...

"खाज-तक" के ज्ञानी कर्ताधर्ताओं...- यदि तुम लोगों में इतनी अक्ल होती तो कल ही समझ जाते, कि मोहन भागवत जी जिस तरफ इशारा कर रहे थे, वह यही था कि - "अमेरिका से आने वाला पश्चिमी संस्कृति का जो रेला "इण्डिया" का निर्माण कर रहा है, वह असली और बड़ा खतरा है..."| कैसा विरोधाभास है कि सुमीत अवस्थी सहित कई स्वयंभू विद्वान, "मीडिया में बढ़ती अश्लीलता" पर संगोष्ठी में भी भाग लेते हैं...
मित्रो ओवैसी द्वारा दिए गए बयान पर जिसमे वह देश के एक नवनिर्वाचित
मुख्यमंत्री को देश के एक दूसरे राज्य में आने की चुनौती दे रहा है और
100 करोड हिन्दुओ को मारने की बात करता है तो कुछ नहीं |

और दूसरी तरफ मीडिया को संघ के किसी व्यक्ति या अन्य हिंदुत्व वादी सांस्कृतिक सोच के व्यक्ति का वक्तव्य सुनने को मिल जाये तो उसे
तोड़ मरोड़ कर पेश करते है |
मित्रो मैंने यू-टुब पर भगवत जी का विडियो देखा ! जिसमे भारत के मूल्यों की उन्होंने बात की हैं जिसमे महिलाओ का बहुत आदरभाव सम्मान उन्होंने लिया हैं !
http://www.youtube.com/watch?v=aGu8nNLfpyE
अब आप देख सकते है किस प्रकार के शब्द
आज मीडिया चैनेल प्रयोग कर रहे है |
ये है इस देश के सेकुलर मीडिया |

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