Tuesday, February 19, 2013

पाकिस्तानी सोच

एक बीयर बार में बीयर से भरे एक मग में एक मक्खी गिर जाने पर...

ब्रिटिश नागरिक : मग फेंककर वहां से चला जाता है...

अमेरिकी नागरिक : मक्खी फेंककर बीयर पी जाता है...
...
चीनी नागरिक : मक्खी खाकर, बीयर पी लेता है...

हिन्दुस्तानी नागरिक :- मक्खी चीनी नागरिक को बेच देता है, बीयर अमेरिकी नागरिक को, और फिर अपने लिए दूसरी बीयर खरीदता है...

पाकिस्तानी नागरिक :- बीयर के मग में मक्खी पहुंच जाने के लिए हिन्दुस्तानी नागरिक को ज़िम्मेदार ठहराता है, उस मुद्दे को कश्मीर से जोड़ता है, चीनी नागरिक से सैन्य मदद मांगता है, और अमेरिकी नागरिक से दूसरी बीयर के लिए उधार मांगता है..

जय हिन्द जय भारत .

अब समय आ गया है कि हमें भाजपा या एन डी ए में से एक को चुनना होगा

अब समय आ गया है कि हमें भाजपा या एन डी ए में से एक को चुनना होगा
क्या आपको याद है जब मुबारक अली के बेटे और नेहरु के भाई जिन्ना की मजार पर जिन्ना चालीसा पढ़ के रथयात्री जी उर्फ़ लौह पुरुष वापस इसी देश में आ गए थे
तब हम संघियों ने उनको कितना... गरियाया था.
लेकिन वे तो ठहरे लौह पुरुष
अपनी लोहे की जीभ को वापस क्यों मोड़ें
उलटे कहने लगे
..."भाजपा को आर एस एस पर निर्भरता छोड़ के अपना कैडर खड़ा करना चाहिए...."

आप हम उनकी धमकी भूल गए मगर वे घुन की तरह इस भाजपा को कुतर कुतर के खाने में लगे रहे
तब उन्होंने जिन्ना खड़ा किया था अब बवाल मचा
अब उन्होंने एन डी ए नाम का नया जिन्न खड़ा कर दिया है ..
केवल उन नेताओं को नीचा दिखाने के लिए जिन्होंने उनको जिन्ना चालीसा पढने पर गरियाया था.

अब यही एन डी ए भाजपा को लील रहा है..
जिन जिन राज्यों में इसने क्षेत्रीय दलों को सहारा दिया वहां रथयात्री गैंग के लोगों ने भाजपा के कद्दावर नेताओं को साइड कर दिया और भाजपा को नष्ट कर दिया

देखिये...
दिल्ली...मदन लाल खुराना और साहब सिंह साफ़... शीला की जवानी बुलंदी पर.... भाजपा साफ़...
यू पी... कल्याण सिंह साफ़...मायावती को एन डी ए ने सपोर्ट किया.. मायावती बम बम ...भाजपा साफ़..
बिहार... नितीश नक्सलाईट चकाचक...भाजपा साफ़...
ओड़िसा... बीजू जनता दल आगे ...भाजपा साफ़
असम...असम गण परिषद् आगे...भाजपा साफ़...
झारखण्ड... शिबू सोरेन जैसे हंडिया बाज आगे.. झामुमो...भाजपा साफ़...
बंगाल...मोमता बहन को गठबंधन में रखा.. अब वह आगे...भाजपा साफ़
तमिलनाडु...जयललिता को गठबंधन में रखा...अन्नाद्रमुक आगे...भाजपा साफ़..
आंध्र... तेलुगुदेशम को साथ रखा... चंद्रबाबू आगे.. भाजपा साफ़...
पंजाब...शिरोमणि आगे. .भाजपा साफ़...

अब जरा इनकी गन्दी राजनीति भी देखिये.. जो भाजपा के नाम पर एन डी ए नाम की पार्टी बना के दिल्ली में बैठे हैं

ये लोग राजस्थान में वसुंधरा राजे को परेशान करते हैं
ये उमा भारती को मध्य प्रदेश में नीचा दिखाते हैं
ये कल्याण सिंह जैसे वीर को यू पी में नीचा दिखाते हैं
ये खंडूरी जी जैसे ईमानदार नेता को उत्तराखंड में नीचा दिखाते हैं
ये लोग कर्णाटक में येद्दियुरप्पा को झूठे मुकदमों में फंसवाते हैं

और अब ये न...मो... (नरेन्द्र मोदी) को आगे आने नहीं देना चाहते...
यह जानते हुए भी कि अगर २०१४ का चुनाव यू पी ए जीत गया तो इस देश में २०१९ के पहले दो चार विभाजन और हो जायेंगे..!!

आखिर ये लोग जो भाजपा के मुख्यालय में बैठ के अपनी अलग दुकान चला रहे हैं... जो एक मुखिया का चुनाव भी नहीं जीत सकते ...
जो एक नयी पार्टी एन डी ए... नॉन-सेन्स ड्रामेबाज एलाइयेन्स ...चला रहे हैं...
उसकी हम लोगों को क्या जरूरत...!!

क्या ऐसी भाजपा इस देश की करोड़ों आँखों में पल रहे हिन्दुराष्ट्र के सपने को पूरा कर पायेगी...

सोचिये जरा....!!

खानग्रेस की बी टीम है - "अडवाणी गैंग"

खानग्रेस की बी टीम है - "अडवाणी गैंग"
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खानग्रेसी सांसद कुरियन का रेप केस लड़ रहे हैं .. भाजपा के अरुण जेटली ..!!

कुरियन पर दुराचार के केस हैं और वे राज्यसभा जैसे उच्च सदन जिसे विद्वानों, कलाकरों, शिक...्षाशास्त्रियों के द्वारा भरा जाना चाहिए .. उस सदन के उप सभापति के पद की ...'शोभा".. बढ़ा रहे हैं

अभी हाल में मीडिया ने बहुत कोसा था
मगर कहते हैं न राजनेताओं की खाल गैंडे की तरह मोटी होती है
बस फेविकोल लगाकर कुर्सी से चिपके रहे

लेकिन .. ये महाशय .. "अरुण जेटली" .. अपनी केटली में कुरियन की चाय क्यों पका रहे हैं ..!!
क्या कभी साध्वी प्रज्ञा का केस लड़ने का मन नहीं करता .. जेटली जी को .. रविशंकर को ..!

आखिर खान्ग्रेसियों के साथ इनकी इतनी नजदीकियों का राज क्या है ..?

भाजपा को आज किसी से खतरा है तो केवल और केवल .. "अडवाणी गैंग".. से है
यह खानग्रेस की बी टीम है .. भाई

क्या ऐसे लोग जो कुछ लाख वकालत की फीस के लिए खान्ग्रेसियों के रेप के केस लड़ सकते हैं
कल करोड़ों रुपयों के लिए खानग्रेस के साथ मिलकर भाजपा के अन्य नेताओं के विरुद्ध ही खड़े नहीं हो सकते

भाजपा के नेताओं के विरुद्ध ही बिक नहीं सकते ... षड़यंत्र नहीं कर सकते
क्या ऐसे लोगों को भाजपा की केंद्रीय समिति में होने चाहिए ..!

क्या ऐसे लोग न मो .. मोदी जी जैसे व्यक्ति को कभी भी प्रधानमंत्री बनने देंगे
सोचिए जरा ...!!

Saturday, February 16, 2013

Cool Dude लोगों की पहचान या लक्ष्मण इस प्रकार होते है


गुलाम (इंडिया) की सोच के Cool Dude लोगों की पहचान
या लक्ष्मण इस प्रकार होते है ::
1. इनकी प्रोफाइल पिक्चर पर पश्चिमी सभ्यता साफ
झलकती है।
2. कवर फोटो पर किस करते हुए कपल की फोटो होगी जैसे
इनकी परंपरा रही हो।
3. ये देशहित से जुडी पोस्ट को नज़रअंदाज़ करते हैं क्योंकि ये
लोग इंडियन है भारतीय नहीं। देश की सोचना इनके बस
की बात नहीं। इन लोगों को ये पता नहीं कि इंडिया आज
भी गुलाम है आजादी तो भारत
को मिली थी इंडिया को नहीं।
4. इनको राजनीति से बहुत नफरत है पर ये नहीं जानते
राजनीति से भगवान राम कृष्ण भी नहीं बच सके।
राजनीति पर ही देश का भविष्य टिका होता है। पहले के
जमाने में राजा होते थे वो राजनीति थी आज नेता होते है ये
राजनीति है।
5. इन्हें अश्लीलता और बॉलीवुड बहुत पसंद होता है।
6. इन्हें हिन्दी और अपनी मातृभाषा बोलने में शर्म आती है।
ये लोग Hi, LoL, What's up, Dude, Thanks या India Is Love,
Please Chatting आदि इस तरह से बात करते हुए पाये जाते हैं।
7. ये लोग किसी को परेशान करने या यूँ कहे तो धरती पर बोझ
बनकर पैदा होते है। ये लोग अपनी प्रोफाइल में कुछ
अच्छी राष्ट्रहित की पोस्ट कभी नहीं कर सकते।
इनकी प्रोफाइल केवल मित्र जोड़ने तक ही सिमीत होती है
या कई घटिया अश्लीलता वाला पेज लाईक करने तक इन
लोगों को देश व धर्म से कोई लेना देना नहीं... क्योंकि इन
लोगों की आत्मा ही मर चुकी होती हे ये लोग केवल लाश
बनकर जिंदा रहते हैं।
8. ये लोग किसी भी लड़की की प्रोफाइल होगी वहाँ पर
ज्यादा मित्र लिस्ट करेंगे फिर विदेशी डे,मदर डे,फादर डे,
कुत्ता डे, सूअर डे ये डे वो डे पर गुलाब के फूल मैसेज करेंगे और
अँग्रेजीमें लिखेगें I LOVE YOU सामने वाली प्रोफाइल में भले
ही इन लोगों के बाप के माँ की आयु
वाली जनाना हो क्योंकि पैदाइस बिमारी अंग्रेज़ों ने
छोड़ दी थी वो इन लोगों में देखने को मिलती है।
9. इस तरह के लोग सुबह जय श्री राम नाम से शर्म महसूस करेंगे
बल्कि GOOD MORNING कहेंगे शाम को GOOD EVENING
कहेंगे।
10. ये लोग विदेशी डे आते है तो ज्यादा ही उत्सुकता से
मनाते हैं लेकिन इन लोगों ने कभी अपने माँ बाप की दिल से
सेवा नहीं की है, ये लोग गौशाला में नहीं जाएँगे। ये लोग 5
रूपये गौदान नहीं करेंगे लेकिन रोज डे या कुत्ता डे पर 50 रूपये
के नकली फूल जरूर लेंगे।
ऐसे नक्कारा युवाओं से देश क्या उम्मीद कर सकता है, इस सब के
पीछे अश्लील फिल्मे और
मीडिया द्वारा परोसी जा रही अश्लीलता जिम्मेदार है
और इन लोगों को यही पता नहीं India और Bharat में
धरती आसमान जैसा अंतर है। हम भारत माता कह सकते है
क्या ये गूलामी सोच वाले India माता कहेंगे
तो कैसा लगेगा ?? भारत माता ठीक है या India माता ??
और हमारा मकसद होना चाहिए की इस तरह के
लोगों को देश के प्रति प्रेरित करे... इन्हीं लोगों को भारत
की पहचान दें... इन्हें संस्कार दे धर्म का ज्ञान दें ताकि ये
लोग आने वाली पीढ़ियों को बर्बादी की और ना जाने
दे.... पश्चिमी सभ्यता मैं कुछ भी नहीं पश्चिम में जाकर
तो सूरज भी अस्त हो जाता... उदय हमेशा पूर्व में ही होता है।
॥ इंडियन नहीं भारतीय बनो ॥

Friday, February 15, 2013

सनातन धर्म को सबसे ज्यादा चोट इन्ही पाँच चीजों ने पाहुचाई है


भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता को , सनातन धर्म को सबसे ज्यादा चोट इन्ही पाँच चीजों ने पाहुचाई है और पहुचा रही है -
1- इस्लाम अथवा मुसलमान
2- अंग्रेज़ियत अथवा ईसाइयत
3- धर्मनिरपेक्षता
4- धार्मिक पाखण्ड
5- अतिआधुनिकता अथवा नंगापन

अतः अगर आप इस राष्ट्र को उन्नति एवं धर्म को उत्थान के पथ पर अग्रसर होते देखना चाहते है तो इन पांचों कांटो को खुद से निकाल फेंके ,अगर इनमे से प्रत्येक का पूरा बहिष्कार नहीं कर सकते तो जितना हो सके उतना करे ... पाँच चीजे जो राष्ट्र एवं धर्म को प्रगति की गति प्रदान कर सकती है -
1- इस्लाम एवं इस्लाम की दिखाई राह पर चलने वाले मोहम्मदी छाप इस्लामी कीड़ो का पूर्णतः बहिष्कार
2- अंग्रेज़ियत की मानसिक गुलामी से स्वयं को मुक्त कीजिये,अग्रेजी त्योहारो से दूर रहिये , जब तक अङ्ग्रेज़ी की विशेष आवश्यकता न हो ,अपनी मातृभाषा हिन्दी का ही प्रयोग करे....
3 - धर्मनिरपेक्षता धर्मद्रोह का पहला चरण है , धर्म के निरपेक्ष रहने वाला नहीं बल्कि धर्म के सापेक्ष रहने वाला बनिए ... धर्मनिरपेक्षता के विकार को त्याग धर्मसापेक्षता के सदगुण को धारण कीजिये ....
4- धार्मिक पाखंड मनुष्य द्वारा अर्जित किए गए पुण्यों को नष्ट करते है एवं बुद्धि को दूषित करके ईश्वर ,भक्ति एवं वास्तविक श्रद्धा से दूर करते है ... इसलिए दरगाह,मजार ,पीर ,फकीरो एवं सदी के सबसे बड़े पाखंड साई से दूरी बनाए ,एवं प्रभु की और स्वयं को अग्रसर करे
5 - आधुनिकता एक हद में हो तो ठीक है , पर नंगापन ,अश्लीलता ,दिखाना आधुनिकता नहीं बल्कि मूर्खता है ,जिस राष्ट्र के लोग उस राष्ट्र की संस्कृति एवं सभ्यता को धारण किए रहते है ,वही वास्तविक उन्नति, शांति एवं कल्याण को प्राप्त होते है , अतः अपनी संस्कृति का पालन करे ,आधुनिक बने पर सभ्यता से .....

ब्रह्मचर्य की रक्षा


ब्रह्मचर्य की रक्षा से शरीर में बल, तेज, उत्साह एवं ओज की वृद्धि होती है, शीत, उष्ण, पीड़ा आदि सहन करने की शक्ति आती है, अधिक परिश्रम करनेपर भी थकावट कम आती है, प्राणवायु को रोकनेकी शक्ति आती है, शरीर में फुर्ती एवं चेतनता रहती है, आलस्य तथा तन्द्रा कम आती है, बीमारियों के आक्रमण को रोकने की शक्ति आती है, मन प्रसन्न रहता है, कार्य करने की क्षमता प्रचुर मात्रा में रहती है, दूसरे के मनपर प्रभाव डालने की शक्ति आती है, संतान दीर्घायु, बलिष्ट एवं स्वस्थ होती है , इन्द्रियाँ सबल रहती है, शरीर के अंग-प्रत्यंग सुदृढ़ रहते हैं, आयु बढती है, वृद्धावस्था जल्दी नहीं आती, शरीर स्वस्थ एवं हलका रहता है, स्मरणशक्ति बढ़ती है, बुद्धि तीव्र होती है, मन बलवान होता है, कायरता नहीं आती, कर्तव्यकर्म करनेमें अनुत्साह नहीं होता, बड़ी-से-बड़ी विपत्ति आनेपर भी धैर्य नहीं छूटता, कठिनाइयों एवं विघ्न-बाधाओं का वीरता पूर्वक सामना करने की शक्ति आती है, धर्मपर दृढ़ आस्था होती है, अंतःकरण शुद्ध रहता है,

आत्मसम्मान का भाव बढ़ता है, दुर्बलों को सताने की प्रवृत्ति कम होती है, क्रोध, ईर्ष्या, द्वेष आदि के भाव कम होते हैं, क्षमा का भाव बढ़ता है, दूसरों के प्रति सहिष्णुता तथा सहानुभूति बढ़ती है, दूसरों का कष्ट दूर करने तथा दीन-दुखियो की सेवा करनेका भाव बढ़ता है, सत्त्वगुण की वृद्धि होती है, वीर्य में अमोघता आती है, पर-स्त्री के प्रति मातृभाव जाग्रत होता है, नास्तिकता तथा निराशा के भाव कम होते हैं; असफलता में भी विषाद नहीं होता, सबके प्रति प्रेम एवं सद्भाव रहता है तथा सबसे बढ़कर भगवत्प्राप्ति की योग्यता आती है, जो मनुष्य –जीवन का चरम फल है, जिसके लिए यह मनुष्य देह हमें मिला है |

इसके विपरीत ब्रह्मचर्य के नाश से मनुष्य नाना प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाता है, शरीर खोखला हो जाता है, थोड़ा-सा भी परिश्रम अथवा कष्ट सहन नहीं होता, शीत, उष्ण आदि का प्रभाव शरीर पर बहुत जल्दी होता है, स्मरणशक्ति कमजोर हो जाती है, संतान उत्पन्न करने की शक्ति नष्ट हो जाती है, संतान होती भी है तो दुर्लभ एवं अल्पायु होती है , मन अत्यंत दुर्बल हो जाता है, संकल्पशक्ति कमजोर हो जाती है, स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है, जरा भी प्रतिकूलता सहन नहीं होती, आत्मविश्वास कम हो जाता है, काम करने में उत्साह नहीं रहता, शरीर में आलस्य छाया रहता है, चित्त सदा सशंकित रहता है, मन में विषाद छाया रहता है, कोई भी नया काम हाथ में लेने में भय मालूम होता है, थोड़े-से भी मानसिक परिश्रम से दिमाग में थकान आ जाती है, बुद्धि मंद हो जाती है, अधिक सोचने की शक्ति नहीं रहती, असमय में ही वृद्धावस्था आ घेरती है और थोड़ी ही अवस्था में मनुष्य काल के गाल में चला जाता है, चित्त स्थिर नहीं हो पता, मन और इन्द्रियाँ वश में नहीं हो पातीं और मनुष्य भगवत्प्राप्ति के मार्ग से कोसों दूर हट जाता है |


वह न इस लोकमे सुखी रहता है और न परलोक में ही | ऐसी अवस्था में मनुष्य को चाहिए कि बड़ी सावधानी से वीर्य की रक्षा करे | वीर्यरक्षा ही जीवन है और वीर्यनाश ही मृत्यु है, इस बात को सदा स्मरण रखे | गृहस्थाश्रम में भी केवल संतानोत्पादन के उद्देश्य से ऋतुकाल में अधिक-से-अधिक महीने में दो बार स्त्रीसंग करे |
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Thursday, February 14, 2013

सेकुलर प्राणियों की एक ऐसी प्रजाति है जिसमे...

सेकुलर प्राणियों की एक ऐसी प्रजाति है जिसमे अनेकों प्राणियों के गुण पाए जाते हैं .गिरगिट की तरह रंग बदलना , लोमड़ी की तरह मक्कारी ,कुत्तों की तरह अपने ही लोगों पर भोंकना ,अजगर की तरह दूसरों का माल हड़प कर लेना .और सांप की तरह धोके से डस लेना .इसलिए ऐसे प्राणी को मनुष्य समझना बड़ी भारी भूल होगी . ऐसे लोग पाखंड और ढोंग के साक्षात अवतार होते हैं .दिखावे के लिए ऐसे लोग सभी धर्मों को मानने का नाटक करते हैं, लेकिन वास्तव में इनको धर्म या ईश्वर से कोई मतलब नहीं होता . अपने स्वार्थ के लिए यह लोग ईश्वर को भी बेच सकते हैं .ना यह किसी को अपना सगा मानते है .और न कोई बुद्धिमान इनको अपना सगा मानने की भूल करे .
वास्तव में आजकल के सेकुलर ही नास्तिक हैं .बौद्ध और जैन नहीं .मुलायम सिंह , लालू प्रसाद ,दिग्विजय सिंह ,और अधिकांश कांगरेसी सेकुलर- नास्तिक है .